Wednesday, May 1, 2019

black magic to control someone

शत्रु वशीकरण मंत्र टोटके प्रयोग

यदि कोई शत्रु से परेशान है तो शत्रु वशीकरण मंत्र टोटके प्रयोग उपाय को प्राप्त कर शत्रु बाधा से छुटकारा पाना चाहते है तो शत्रु वशीकरण मंत्र तंत्र का प्रयोग कर इसका समाधान प्राप्त किया जा सकता है | वशीकरण एक अनोखी और अचूक असर वाली विद्या है। इससे कई कार्य भलीभांति संपन्न किए जा सकते हैं। कार्यक्षेत्र की बाधाएं दूर की जा सकती हैं। मनोवांछित परिणाम के लिए लक्ष्य की प्राप्ति को संभव बनाया जा सकता है। क्योंकि इसके प्रयोग से न केवल आपके भीतर आत्मविश्वास मजबूत होगा, बल्कि व्यक्तित्व में गजब का निखार आ जाएगा।
किसी का सामना करना हो, किसी के समक्ष अपनी बात रखनी हो, किसी को अपनी बात मनवानी हो, या सामने वाले को कमजोर बनाना हो, तो इसमें वशीकरण के विविध उपायों को अपनाया जा सकता है। खासकर तब जब आप शत्रुओं से तंग आ चुके हों। वशीकरण के उपायों से ही नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों के रूख को विपरीत दिशा में ले जाया जा सकता है। बड़ा से बड़ा, या कहें खरतनाक दुश्मन तक का विनाश किया जा सकता है। वशीकरण करने के कई तरीके बताए गए हैं, जिनमें कुछ मंत्रों के जाप के प्रयोग हैं, तो कुछ के लिए धार्मिक या तांत्रिक अनुष्ठा के द्वारा सिद्धि-साधना तक की जाती है। वैसे शत्रु को टोने-टोटके से भी वशीभूत किया जा सकता है।
शत्रुनाशक मंत्र
नीचे दिए गए मंत्र का प्रतिदिन सूर्योदय से पहले जाप करने से शत्रु का नाश होता है या फिर शत्रुता मित्रता में बदल जाती है। यह मंत्र बार-बार परेशान करने वाले शत्रुओं को वश में करने का अच्छा और अचूक उपाय है।
मंत्रः नृसिंहाय विद्यहे, वज्र नखाय धी मही तन्नो नृसहिं प्रचोदयात!!
षड्यंत्रकारी शत्रु द्वारा रचे जाने वाले छल-प्रपंच का बचाव करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय मां काली की पूजा-आराधना और साधना से भी हासिल किया जा सकाता है। इससे दुश्मन को अपने वश में कर उसके नकारात्मक प्रभाव को हमेशा के लिए दूर किया जा सकता है। इस उपाय के अनुसार रविवार की अमावस्या की रात में के एक काले कपड़े पर महाकाली की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें। उसी पर पूजा के सामान को रखें और दक्षिण दिशा की ओर मुख कर पूजन आरंभ करें। यानि कि महाकाली की तस्वीर उत्तर दिशा की ओर होनी चाहिए।
सामान्य पूजा के बाद एक नींबू पर सिंदूर से शत्रु का नाम लिख दें। बची सिंदूर को सरसों या तिल के तेल में मिला दें और शत्रु व शत्रुता नाश का संकल्प लें। इसी के साथ काला हकिक या रुद्राक्ष या फिर मूंगे की माला से निम्न मंत्र का 11 माल जाप करें। हर माला जाप के बाद महाकाली के पास रखे निंबू पर उड़द के दाल चढ़ाएं और मन में यह भाव लाएं कि महाकाली द्वारा आपके शत्रु का विनाश हो रहा है। इस जाप का मंत्र हैः- क्रीं क्रीं शत्रु नाशिनी क्रीं क्रीं फट!!

ध्यान साधना क्या है

ध्यान साधना क्या है? क्या कोई भी आम मनुष्य इसे करने की क्षमता रखता है? शायद हां! लेकिन कैसे? खैर इन सवालों का उत्तर जानने से पहले तो मनुष्य को यह जानना बेहद आवश्यक है कि यह ध्यान साधना क्या है। जब भी किसी से ध्यान साधना संबंधित कोई सवाल किया जाता है तो उसके मन में विभिन्न तरह के ख्याल आते हैं।

ध्यान साधना परिभाषा

कोई ध्यान साधना को बेहद गहरे ख्यालों में डूबना मानता है। दुनिया से बिलकुल अलग होकर, एक उच्चतम साधना की प्राप्ति कर सकना ही ध्यान साधना है ऐसा लोग मानते हैं। इसके अलावा लोगों का यह भी मानना है कि ध्यान साधना की सक्षमता हर किसी में नहीं होती।

एक प्रकार की मनोदशा

इसमें कोई दो राय नहीं कि ध्यान साधना की क्षमता शायद ही दुनिया की भीड़ में खोए हुए लाखों में से किसी एक में भी हो। साधना एक ऐसी मनोदशा है, अवस्था है, जिसे पाना उतना आसान भी नहीं जितना सुनने में लगता है। इसके लिए दो चीज़ों का आपके पास होना बेहद आवश्यक है।

खास तंत्र पीठ

पहला एक ऐसे स्थान की खोज जहां साधना कर सकना संभव हो। इसके लिए भारत भर में खास तंत्र पीठ स्थापित किए गए हैं। किन्तु इन तंत्र पीठ पर बिना किसी गुरु की सहायता से साधना करने की गलती नहीं करनी चाहिए। साधना का उत्तम स्थान एवं गुरु के दिशा-निर्देश ही एक साधक को उसकी साधना में सफल बनाते हैं।
 

शक्तियां होती हैं बेअसर

साधना एकमात्र ऐसी शक्ति है जो बिना तंत्रों की सहायता के इंसान को वह सब कुछ हासिल करा सकती है, जिसकी वह कभी इच्छा करता था। दुनिया में साधना के समक्ष शायद ही ऐसी कोई शक्ति हो जो साधना का तोड़ निकाल सके। साधना में ऐसे शक्ति है जो सभी प्रकार की शक्तियों को अपने सामने बेअसर बना सकती है।
इसके बाद माता का चित्र, बगलामुखी यंत्र, कलश एवं अखंड दीपक स्थापित करें। माता बगलामुखी के भैरव मृत्युंजय हैं। इसलिए साधना के आरंभ में महामृत्युंजय की एक माला एवं बगला कवच का पाठ करना चाहिए। इसके बाद संकल्प लेकर माता का ध्यान कर पूजन आरंभ करना चाहिए।

एक लाख बार जाप
मान्यता है कि यदि किसी छोटे कार्य के लिए साधना करनी हो तो 10,000 बार या फिर इससे बड़े कार्य के लिए एक लाख बार मां बगलामुखी के मंत्र का जाप करना चाहिए। साधना को सम्पन्न करने के लिए मां के इस मंत्र का जाप करें- ‘‘ऊँ ह्रीं बगलामुखि सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय हृीं ऊँ स्वाहा।।’’

दरिद्रता दूर करने का उपाय
उपरोक्त मंत्र बगलामुखी साधना का मूल आधार है। इसके अलावा देवी बगलामुखी के एक और मंत्र का जाप किया जाता है जो मनुष्य की दरिद्रता को दूर करने में सहायक साबित होता है। यह मंत्र है - ‘‘श्री हृीं ऐं भगवती बगले मे श्रियं देहि-देहि स्वाहा।।’’
किसी से चर्चा ना करें..

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